लिखावट को बेहतर कैसे बनाएं
कुछ छात्र छात्राओं की लिखावट सुंदर एवं आकर्षक होता है। उस बढ़िया लिखावट के वजह से कक्षा में शिक्षक के द्वारा उसे सम्मान मिलता है। इससे कुछ बच्चों के मन में यह सवाल आता है कि मेरा भी लिखावट अच्छा होता तो हमें भी सम्मान मिलता। लिखावट को बेहतर कैसे बनाएं। इसके लिए उन छात्र - छात्राओं को घबराने की जरूरत नहीं है।
वह अपना लिखावट मात्र 30 दिनों में बहुत सुंदर एवं आकर्षक बना सकते हैं। लेकिन उसके लिए प्रतिदिन अभ्यास की जरूरत होगा। उस अभ्यास के माध्यम से ही किसी भी बच्चे एवं व्यक्ति के लिखावट सुंदर एवं आकर्षक हो सकता है।
कुछ छात्र छात्राओं की लिखावट बहुत सुंदर एवं आकर्षक होता है, लेकिन उनकी ,अक्षर एक दुसरे अक्षर से सटा हुआ होने के कारण बहुत ही अशुद्ध होते हैं। लिखावट को बेहतर कैसे बनाएं। हिंदी की लिखावट को (राइटिंग स्किल) सुधार करने के लिए दो लाइन वाली कॉपी, मैथ वाली सदा कॉपी, पेंसिल, रबड़, आदि।
सबसे पहले यह अभ्यास प्रतिदिन करना अनिवार्य है। इसके बाद कलम कैसे पकडे नीचे इमेज में दिया गया है।
ऐसे पेंसिल या कलम को अपने सहुलियत के अनुसार से भी पकड़कर सुंदर लिखावट लिखी जा सकती है। दो लाईन वाली कॉपी पर सुंदर लिखावट वाली अक्षर का अनुकरण करें।
सबसे पहले यह अभ्यास प्रतिदिन करना अनिवार्य है। इसके बाद कलम कैसे पकडे नीचे इमेज में दिया गया है।
लिखावट को बेहतर कैसे बनाएं |
ऐसे पेंसिल या कलम को अपने सहुलियत के अनुसार से भी पकड़कर सुंदर लिखावट लिखी जा सकती है। दो लाईन वाली कॉपी पर सुंदर लिखावट वाली अक्षर का अनुकरण करें।
अच्छी लिखावट का महत्व
एक सुंदर एवं आकर्षक लिखावट किसी भी बच्चे व्यक्ति को स्कूल, कॉलेज, ऑफिस अपने अपने फील्ड में इंप्रेशन बढा़ देता है। उनकी एक अलग छवि एवं पहचान बन जाता है। किसी भी विषय वस्तु पर लिखा हुआ हो तो उस विषय वस्तु को पढ़ना एवं समझना आसान हो जाता है।
एक सुंदर एवं आकर्षक लिखावट किसी भी बच्चे व्यक्ति को स्कूल, कॉलेज, ऑफिस अपने अपने फील्ड में इंप्रेशन बढा़ देता है। उनकी एक अलग छवि एवं पहचान बन जाता है। किसी भी विषय वस्तु पर लिखा हुआ हो तो उस विषय वस्तु को पढ़ना एवं समझना आसान हो जाता है।
प्राचीन काल में लिखावट अत्यंत महत्वपूर्ण था। क्योंकि उस समय कंप्यूटर एवं टाइपराइटर नहीं था। जो कुछ लिखना होता, वह हाथो से ही लिखा जाता था। जिस व्यक्ति का लिखावट सुंदर एवं आकर्षक होता था, उस व्यक्ति का बहुत धाक होता था।
खैर आज भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना बरसों पहले था।
➡️शब्दों के बीच अंतर-: अधिकांश देखा जाता है कि बच्चे एक शब्दों के बीच के या तो अधिक या कम अंतर रखते हैं। जिस कारण उनका लिखावट अच्छा नहीं होता है। अगर शब्दों के बीच का अंतर पर ध्यान दिया जाए। तो छात्र छात्राओं की लिखावट सुंदर एवं आकर्षक हो जाएगा।
➡️ सुंदर लिखावट की आदत-: सुंदर लिखने के लिए प्रतिदिन कुछ न कुछ लिखें। किसी किताब में से जैसा लिखा गया है, उसको देख कर हू बहू अनुकरण करें। जब तक उस तरीके के न लिखने लगे। तब तक अभ्यास करते रहें। यह प्रयास निरंतर चलता रहेगा। कुछ ही दिनों के बाद आप सुंदर सुस्पष्ट लिख सकते हैं। लेकिन ईमानदारी से प्रतिदिन यह अभ्यास करना होगा।
➡️ खेल या अन्य कारण-: बच्चों का मन हमेशा से ही खेलने में लगा रहता है। इस कारण बच्चे सुंदर लिखने के बजाए जल्दी-जल्दी जैसे तैसे लिखकर अपनी आदत को बिगाड़ लेते हैं। इससे बच्चे सुंदर नहीं लिख पाते हैं। इसके लिए बच्चों को सुंदर और स्पष्ट लिखने के लिए बच्चों को प्रेरित करें।
➡️ अभ्यास कैसे करें-: दो लाइन वाली हिंदी की कॉपी पर सुंदर अक्षर धीरे- धीरे लिख कर अभ्यास करें। कुछ दिनों के बाद मैथ वाली सादी कॉपी पर नियमित अक्षर के बाद शब्दों या वाक्यों को प्रयोग कर सुंदर लिखावट की आदत विकसित करनी चाहिए।
अंग्रेजी के लिए चार लाइन वाला कॉपी पर धीरे-धीरे सुंदर a b c d................ लिखा जाए। यह नियमित अभ्यास करते रहें। उसके बाद मैथ वाली कॉपी पर सीधा लिखने का प्रयास करें। आपकी राइटिंग स्किल बहुत अच्छा हो जाएगा।
Note -: एक बात ध्यान देेना अति आवश्यक है जब भी या जहां भी लिखें, प्रयास यही रहे कि जैसे हम अभ्यास केेेे दौरान लिखते हैं उसी प्रकार से लिखें। इससे लिखावट सुंदर और सुस्पष्ट हो जाएगा।
लिखावट को बेहतर कैसे बनाएं के निम्न तरीके
➡️ आकारों पर ध्यान-: सबसे पहले लिखावट आकर्षक एवं सुंदर बनानेेे के लिए अक्षरों पर ध्यान देना जरूरी है। एक-एक अक्षर को सुंदर लिखने का अभ्यास करें। कुछ बच्चे अक्षरों को छोटा या बड़ा लिखते हैं। सभी अक्षरों में एकरूपता होनी चाहिए। सभी अक्षर एक बराबर होने चाहिए। अक्षरों के बीच के अंतर पर भी ध्यान देना चाहिए। ताकि देखने में सुंदर एवं साफ लगे।
➡️शब्दों के बीच अंतर-: अधिकांश देखा जाता है कि बच्चे एक शब्दों के बीच के या तो अधिक या कम अंतर रखते हैं। जिस कारण उनका लिखावट अच्छा नहीं होता है। अगर शब्दों के बीच का अंतर पर ध्यान दिया जाए। तो छात्र छात्राओं की लिखावट सुंदर एवं आकर्षक हो जाएगा।
➡️ सुंदर लिखावट की आदत-: सुंदर लिखने के लिए प्रतिदिन कुछ न कुछ लिखें। किसी किताब में से जैसा लिखा गया है, उसको देख कर हू बहू अनुकरण करें। जब तक उस तरीके के न लिखने लगे। तब तक अभ्यास करते रहें। यह प्रयास निरंतर चलता रहेगा। कुछ ही दिनों के बाद आप सुंदर सुस्पष्ट लिख सकते हैं। लेकिन ईमानदारी से प्रतिदिन यह अभ्यास करना होगा।
➡️ खेल या अन्य कारण-: बच्चों का मन हमेशा से ही खेलने में लगा रहता है। इस कारण बच्चे सुंदर लिखने के बजाए जल्दी-जल्दी जैसे तैसे लिखकर अपनी आदत को बिगाड़ लेते हैं। इससे बच्चे सुंदर नहीं लिख पाते हैं। इसके लिए बच्चों को सुंदर और स्पष्ट लिखने के लिए बच्चों को प्रेरित करें।
➡️ अभ्यास कैसे करें-: दो लाइन वाली हिंदी की कॉपी पर सुंदर अक्षर धीरे- धीरे लिख कर अभ्यास करें। कुछ दिनों के बाद मैथ वाली सादी कॉपी पर नियमित अक्षर के बाद शब्दों या वाक्यों को प्रयोग कर सुंदर लिखावट की आदत विकसित करनी चाहिए।
अंग्रेजी के लिए चार लाइन वाला कॉपी पर धीरे-धीरे सुंदर a b c d................ लिखा जाए। यह नियमित अभ्यास करते रहें। उसके बाद मैथ वाली कॉपी पर सीधा लिखने का प्रयास करें। आपकी राइटिंग स्किल बहुत अच्छा हो जाएगा।
Note -: एक बात ध्यान देेना अति आवश्यक है जब भी या जहां भी लिखें, प्रयास यही रहे कि जैसे हम अभ्यास केेेे दौरान लिखते हैं उसी प्रकार से लिखें। इससे लिखावट सुंदर और सुस्पष्ट हो जाएगा।
अच्छा लिखने के लिए यहां क्लिक करें... https://youtu.be/_mS-H45Z0Zk
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