बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर की तैयारी कैसे करें(How to Prepare Bank Probationary Officer.)

बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर की तैयारी कैसे करें (How to Prepare Bank Probationary Officer.)


बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर की तैयारी कैसे करें(How to Prepare Bank Probationary Officer.) उन सभी बेरोजगारों के मन में बैंक पी ओ के पदों को प्राप्त करना चाहते हैैं। जो भारत के राष्ट्रीयकृत बैंकों में पी ओ के पदों में रुतबा एवं सम्मान है।


बैंक पी ओ की नौकरी प्राप्त करने के लिए समय-समय पर रोजगार समाचार एवं समाचार पत्रों में विज्ञापन आते रहता है।


बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर की तैयारी कैसे करें(How to Prepare Bank Probationary Officer.) 


बैंक पी ओ के लिए योग्यता -: बैंक पी ओ के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता, किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री या उसके समकक्ष डिग्रियां होना चाहिए।


बैंक पीओ के लिए उम्र सीमा -: कोई राष्ट्रीयकृत बैंक हो या कोई प्राइवेट बैंक हो उम्र सीमा 21 वर्षों से 30 वर्ष तक निर्धारित की गई है। इसमें कुछ खास लोग जो आरक्षण में आते हैं। उन्हें कुछ उम्र सीमा में छूट भी रहता है। 


बैंक पी ओ की परीक्षा -: बैंक पी ओ की परीक्षा तीन चरणों में होता है। 


प्रारंभिक परीक्षा 

मुख्य परीक्षा 

इंटरव्यू


प्रारंभिक परीक्षा -: इस परीक्षा में मैथ, रिजनिंग, इंग्लिश, के वस्तुनिष्ठ (ऑब्जेक्टिव) टाइप के प्रश्न होते हैं। प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्नों का माध्यम हिंदी एवं इंग्लिश में होता है। इन प्रश्नों को हल करने के लिए 60 मिनट का समय निर्धारित श हैं। इस परीक्षा में केवल कॉलिंफाइ होना होता है। इसमें नकारात्मक अंक का प्रावधान होते हैं।



मुख्य परीक्षा-:  बैंक पी ओ की मुख्य परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रश्न होते हैं। इसमें रिजनिंग, कंप्यूटर, डाटा एनालिसिस, जनरल अर्थशास्त्र, बैंकिंग, अंग्रेजी लैंग्वेज से संबंधित प्रश्न पूूछे जाते हैं। इन प्रश्नों को हल करने के लिए 3 घंटे का समय निर्धारित रहता है। इसमें भी नकारात्मक प्रश्न का प्रावधान होते हैं।


वर्णनात्मक परीक्षा -: वर्णनात्मक परीक्षा में अंग्रेजी लैंग्वेज, इंग्लिश ग्रामर, लेटर राइटिंग, एस्से, से प्रश्न होते हैं। जो विषयनिष्ठ लिखना होता है। इसके लिए 60 मिनट का समय निर्धारित होता है।


इंटरव्यू -: इंटरव्यू 30 अंको का होता है। जिसमें आंकड़ों से संबंधित प्रश्न होते हैं।



तैयारी की रणनीति -: किसी भी बैंक पी ओ की परीक्षा के लिए हमें प्रतिदिन एक या दो सेट का अध्ययन कर। उसका मूल्यांकन करना चाहिए। जो भी गलत या कठिन हो उसको नोटबुक (कॉपी) पर लिखें। परीक्षा के समय नोटबुक (कॉपी) पर लिखेे हुए प्रश्नों को निरंतर पढ़ते रहें।


➡️रिजनिंग के प्रत्येक पाठों को ध्यानपूर्वक अभ्यास एवं आत्मसात करना चाहिए।


➡️अंग्रेजी वर्णमाला के कौन से वर्ण का कौन सा अंक होता है। उसको आत्मसात करें। जैसे  A- 1, B-2, C-3, D-4, ....... आदि।


➡️अपने दाएं एवं बाएं वाले रिजनिंग को अभ्यास करें।


➡️दिशानिर्देश का कंसेप्ट क्लियर करें।


➡️पिछले कुछ सालों के क्वेश्चन बैंक को हल करें। कठिन या नहीं आ रहे प्रश्नो को कॉपी पर लिखने के बाद निरंतर अभ्यास करते रहें।


➡️प्रश्नों को हल करने से पहले बढ़िया से समझना चाहिए।


➡️आसान प्रश्नों का हल सावधानी पूर्वक पहले करें।


➡️कठिन प्रश्नों का उत्तर बाद में देने का प्रयत्न करें।


➡️परीक्षा में कम प्रश्नों का उत्तर दें। लेकिन जो भी बनाए सही बनाएं। परीक्षा में कठिन प्रश्नों में ज्यादा समय बर्बाद नहीं करना चाहिए। 


➡️पिछले कुछ सालों का क्वेश्चन बैंक बनाने से आत्मविश्वास बढ़ता है। उसे जरूर बनाएं।


➡️बैंक पी ओ की सफलता के लिए स्पीड बहुत मायने रखता है। बैंक पी ओ की परीक्षा की तैयारी शुरू करते समय ही मेंस और इंटरव्यू पर भी ध्यान देना जरुरी होता है।


➡️प्रतिदिन एक प्रश्न सेट अवश्य बनाएं। सेट बनाने से स्पीड बढ़ता है। 


➡️इस परीक्षा की तैयारी की बेहतर रणनीति हो सकता है।स्वयं अध्धयन करना।


➡️टेस्ट सीरीज हमेशा बनाते रहना चाहिए।


बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर की तैयारी कैसे करें(How to Prepare Bank Probationary Officer.)

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध ( Independence Day.)

स्वतंत्रता दिवस  Independence Day.

प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त 1947 को भारत की स्वतंत्रता दिवस Independence Day मनाया जाता है। इसी दिन ब्रिटिश शासन के 200 वर्षों के गुलामी के बाद भारतीय नागरिक को स्वतंत्रता( Independence) यानी आजादी मिली।

सोशल मीडिया का समाज पर प्रभाव(Impact on social media society)

उसी दिन से प्रत्येक वर्ष भारत के प्रधानमंत्री लाल किले के प्राचीर से राष्ट्र के नाम संबोधन करते हैं। झांकियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है। उस दिन से प्रत्येक भारतीय सरकारी दफ्तर, विद्यालय, निजी भवन आदि पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस ( Independence Day.)
स्वतंत्रता दिवस ( Independence Day.)


सोशल मीडिया का समाज पर प्रभाव(Impact on social media society)

यह एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है। उस दिन प्रत्येक व्यक्ति देशभक्ति गीत या देशभक्ति फिल्म देखते हैं। यहीं नहीं देशभक्ति कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है। और उस दिन भारत का राष्ट्रीय मिठाई जलेबी खाया जाता है।

महिला सशक्तिकरण

इस दिन प्रत्येक व्यक्तियों के लिए खुशी के दिन होते हैं। क्योंकि बहुत ही कड़े संघर्ष और बलिदान के बाद हमें स्वतंत्रता Independence मिली। आज जो हम आजादी में सांस ले रहे हैं। उन सभी क्रांतिकारी बंधुओं को शत शत नमन, जो हमारे देश को आजादी दिलाने में उनका एक छोटा सा भी योगदान रहा हो।

ऐसे हमारे क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस, महात्मा गांधी, आदि। स्वतंत्रता (Independence) दिलाने में इन पुरुषों का योगदान महत्वपूर्ण था। ऐसे बहुत से क्रांतिकारी जिनका नाम हम लोग नहीं जानते हैं। उन सभी क्रांतिकारियों भाइयों को दिल से नमन करता हूँँ।

आज पूरे हिंदुस्तान को आजादी/ स्वतंत्रता (Independence) के लिए एक नारा भारत छोड़ो आंदोलन के आह्वान पर पूरे देश की जनता ने भाग लिया। इसमें छात्र, नौजवान, किसान, मजदूर एवं नौकरी पेशे आदि हर एक वर्ग के लोग शामिल हुए हैं। आजादी/स्वतंत्रता (Independence) की चाह ने एकजुटता के साथ संघर्ष किए हैं।

भारत को आजादी की चाह क्यों

हमारे देश की जनता को ब्रिटिश शासन के द्वारा द्वितीय विश्व युद्ध में शामिल किया जाने से भारतीय जनता काफी नाराज थे। और भारतीय जनता युद्ध में भाग लेना नहीं चाहते थे। इसके बावजूद भी ब्रिटिश शासन काल के प्रशासन के द्वारा जोर जबरदस्ती करके द्वितीय विश्व युद्ध में भारतीय जनता को शामिल किया। इस वजह से भारतीय लोगो को  स्वतंत्रता  (Independence) मन में खलने लगा।

पहले से ही किसान, मजदूर, छात्र, नौजवान, बिट्रिश प्रशासन से त्रस्त थी। उसके बाद भारत को द्वितीय विश्व युद्ध में शामिल करने से पूरे भारतीय जनता त्रस्त होने लगी। जिस कारण से भारत को आजादी की चाहत सन 1947 में बहुत जोरदार संघर्ष के बाद 15 अगस्त 1947 को आजादी/स्वतंत्रता (Independence) मिली। और 15 अगस्त का दिन ऐतिहासिक हो गया।

सोशल मीडिया का समाज पर प्रभाव(Impact on social media society)

सोशल मीडिया का समाज पर प्रभाव (Impact on social media society)

आज विश्व में सोशल मीडिया का समाज पर प्रभाव (Impact on social media society) की एक अलग पहचान बन गया है। जो किसी भी प्रकार का कोई भी वीडियो, ऑडियो, फोटो या लिखा हुआ मैसेज आदि। सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल किया जा सकता है।

 इस वायरल का मतलब क्या है?


इस वायरल का मतलब यह है कि प्रत्येक मैसेज को प्रत्येक व्यक्ति के पास पहुंचाना ही सोशल मीडिया है।

आज सोशल मीडिया का लिंक बहुत सारे हैं। इसमें Facebook, WhatsApp, Twitter आदि प्रमुख लिंक हैं।

सोशल मीडिया का समाज पर प्रभाव(Impact on social media society) सोशल मीडिया पर पहले केवल युवा पीढ़ी को ही देखा जाता था। लेकिन आज की स्थिति ऐसा है कि इसमें बड़े, बुजुर्ग भी सोशल मीडिया पर देखे जा रहे हैं।


आज सोशल मीडिया समाज को पूरी तरह जकड़ लिया है
आज विश्व के अधिकांश भाग में सोशल मीडिया अपना आधिपत्य जमा लिया है। जैसे - ऑफिस, स्कूल, घर, कॉलेज या अन्य किसी भी सरकारी ऑफिस सोशल मीडिया ने घेर लिया है।

सोशल मीडिया के लाभ -:  

आज विश्व में आप किसी भी स्थान पर हैं। तो एक दूसरे से अकेला या सामूहिक रूप से बात कर सकते हैं। यही नहीं आजकल ऑफिस के कोई भी पत्र निकलता है, तो तुरंत ही सोशल मीडिया पर डाल दिया जाता है। जिससे हमें लाभ होता है। कोई भी राजकीय पत्र या अन्य किसी भी प्रकार के कोई लेटर आदि की जानकारी हमें तुरंत ही प्राप्त हो जाता है।

सोशल मीडिया से हानि-:

सोशल मीडिया पर आज बहुत से लोग अपना कीमती समय को बर्बाद कर रहे हैं। जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अधिकतर लोग एक दूसरे के घर जाना पसंद नहीं कर रहे हैं। क्योंकि सोशल मीडिया के माध्यम से केवल मैसेज कर देते हैं। वह अपने समय को घर बैठ कर ही बर्बाद करते रहते हैं। और केवल मैसेज भेजते रहते हैं।

सोशल मीडिया के कारण व्यक्ति का मस्तिष्क क्षण क्षण बदलते रहता है। इस कारण व्यक्ति के मस्तिष्क धीरे-धीरे सोचने की क्षमता में कमी आने लगता है। फिर वह ध्यान केंद्रित नहीं कर पाता है। व्यक्ति का मस्तिष्क सुषुप्तावस्था में चला जाता है। मस्तिष्क काम करना बंद कर देता है।

सोशल मीडिया का समाज पर प्रभाव(Impact on social media society)

जिस कारण लोगों को यह सलाह दिया जाता है कि सोशल मीडिया नेटवर्क पर अधिक समय बर्बाद न करें। वास्तविकता की ओर हमेशा ध्यान रखे। किसी भी काम को न अधिक, न कम करने चाहिए। हमेेेशा बीच का मार्ग अपनाना चाहिए।


दाखिल खारिज कराने हेतु आवेदन पत्र

   👇👇       दाखिल खारिज कराने हेतु आवेदन पत्र      👇👇                        वीडियो को देख लीजिए।             Link- https://youtu.be/gAz...

आवेदन पत्र कैसे लिखें